NSE और BSE क्या है ? NSE , BSE in Hindi
What is NSE and BSE and Where to Invest दोस्तों भारत में दो तरह के शेयर बाजार है , उनमे से एक है NSE और दूसरा है BSE . दोनों ही बाजार शेयर्स और ब्रांड्स की सिक्योरिटीज से जुड़े हुए है . इन दोनों को ही स्टॉक एक्सचेंजर (Stock Exchanger) कहा जाता है . इन दोनों शेयर बाजार में भारत के लाखो लोग रोज शेयरो की खरीद फरोत करते है . इन दोनों के द्वारा ही शेयर बाजार (Share Market) में लोग कंपनियों में पैसे (Investment in Share Market) लगाते है .
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जहा BSE की फुल फॉर्म Bombay Stock Exchange है वही NSE फुल फॉर्म National Stock Exchange है .
चलिए अब विस्तार से जानते है कि NSE और BSE क्या है हिंदी में .
क्या है नेशनल स्टॉक एक्सचेंजर (NSE) ?
NSE की स्थापना 1992 में मुंबई में की गयी थी जो भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंजर (Stock Exchanger) है . यही से कागजी शेयर बंद होकर इलेक्ट्रॉनिक शेयर्स की शुरुआत हुई थी .
इसके 4 साल बाद 1996 में NSE में शामिल NIFTY (निफ्टी ) जिसमे 50 मुख्य शेयर कंपनिया शामिल थी .
जून 2020 में NSE ने $2.27 trillion करके Market Capitalization का अद्भुत नमूना पेश किया जो संसार के सबसे बड़े स्टॉक मार्केट में से एक है .
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क्या है BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंजर ) ?
यह अंग्रेजो के समय में भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंजर है . बीएसई की स्थापना 1875 में मुंबई में हुई थी . उस समय मुंबई का पुराना नाम बॉम्बे था इसलिए इसका नाम Bombay Stock Exchanger रखा गया था .
यही नही पुरे एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंजर भी बीएसई (BSE) ही था .
इसके दुसरे नाम नेटिव शेयर और स्टॉक ब्रोकर एसोसिएशन भी है .
भारत सरकार ने आजादी के बाद सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट 1956 , के तहत इंडिया की मुख्य शेयर एक्सचेंजर के रूप में मान्यता दी .
सेंसेक्स का आना : - 1986 में सेंसेक्स के रूप में भारत का पहला इक्विटी इंडेक्स की शुरुआत हुई जिसमे 30 एक्सचेंज कंपनियां शामिल थी .
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BSE और NSE में क्या फर्क है :
- BSE जहा भारत का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंजर है वही NSE भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंजर है .
- BSE में सेंसेक्स (Sensex) तो NSE में निफ्टी (Nifty) सुचनांक के रूप में शामिल है .
- पूरी दुनिया में TOP 10 Stock Exchanger में NSE/BSE का नाम शामिल है . wikipidia के हिसाब से NSE का मार्केट कैपिटलाईजेशन $3.77 ट्रिलियन तक था . इसने सबसे कम उम्र में यह कीर्तिमान स्थापित किया है . साथ ही BSE का भी मार्केट कैपिटलाईजेशन $3.96 का रहा है .
- भारत में सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज सिस्टम की शुरुआत NSE ने 1992 में की थी जबकि BSE ने इसे 1995 में शुरू किया था .
- BSE को स्टॉक एक्सचेंजर के रूप में पहचान 1957 में जबकि NSE को 1993 में मिली थी .
- BSE में शामिल है 5700 के करीब कंपनिया जबकि NSE में आती है 1700 के करीब कंपनिया .
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Conclusion
तो दोस्तों आशा करता हूँ की आपको यह आर्टिकल (BSE और NSE क्या है ) उपयोगी लगा होगा जिसमे हमने अच्छे से बताया है की बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंजर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंजर क्या है और इनके क्या काम है . साथ ही हमने NSE BSE में अंतर भी बताया है . इन दोनों के ऊपर SEBI ( security Exchange Borad Of India) का कण्ट्रोल होता है .
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