सिस्टम सॉफ्टवेर क्या है ? What is System Software in Hindi 

What is System Software in Hindi . Kya Hai System Software  . कंप्यूटर इंसानों से सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही कम्यूनिकेट करता है , सॉफ्टवेयर के बारे में हम सभी जानते है कि यह कंप्यूटर के समझने वाले कोड होते है जो कंप्यूटर को कुछ करने के निर्देश देते है . सॉफ्टवेयर के दो प्रकार होते है जिसमे एक है सिस्टम सॉफ्टवेयर और दुसरे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर .   

Kya Hai System Software in Hindi

    यहा हम बात करेंगे कि सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या होते है और इनके कितने प्रकार होते है . साथ ही जानेंगे कि कंप्यूटर में सिस्टम सॉफ्टवेयर का क्या रोल और भूमिका होती है . 

    ➜ Arrow Keys क्या है और इनका क्या काम होता है - What is Arrow Keys in Hindi


    System Software के प्रकार 

    Types Of System Software . सिस्टम सॉफ्टवेर के कार्यो के आधार पर इसके कई प्रकार बताये गये है . यह मुख्य रूप से पांच प्रकार के होते है .

    1. ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System )
    2. डिवाइस मैनेजर  (Device Manager)
    3. फर्मवेयर (Firmware)
    4. ट्रांसलेटर (Translator)
    5. यूटिलिटी (Utility )

    ➜  What is Computer Mouse in Hindi - माउस क्या होता है


    Operating System 


    किसी कंप्यूटर, लैपटॉप या स्मार्टफोन को चलने के लिए सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम की जरुरत होती है , इसके बाद ही वो चल पाता है और फिर दुसरे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर  को चला पाता है .

    इसका मुख्य काम है कि यूजर कंप्यूटर से जो क्लिक या सेलेक्ट द्वारा कम्यूनिकेट करना चाहता है उस कड़ी में ऑपरेटिंग सिस्टम बिचोलिये का काम करता है . जैसे आपने माउस से किसी चेज को सेलेक्ट किया तो यह काम ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा ही संभव होगा . 

    बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर एक कोमे में गये व्यक्ति की तरह होता है जिसे कुछ भी पता नही होता है . 

    ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ उदाहरण 

    1. Window
    2. एंड्राइड 
    3. Unix 
    4. Linux
    5. MAC OS 
    6. UBUNTU

    Device Software


    जैसा की नाम से पता चलता है कि जितने भी हार्डवेयर डिवाइस है , उनको रन करवाने के लिए उनकी सेटिंग से जुड़ा प्रोग्राम ही डिवाइस मेनेजर सॉफ्टवेर कहलाता है को सिस्टम सॉफ्टवेयर का ही एक भाग है . 

    इसमे मुख्य रूप से डिवाइस के ड्राईवर आते है . प्रिंटर के ड्राईवर , साउंड ड्राईवर , माउस ड्राईवर, ब्लूटूथ ड्राईवर आदि . 


    आप विंडो में इन सभी ड्राईवर को देख सकते है इसके लिए डिवाइस मेनेजर में आपको जाना होगा . 

    Device manager in Window


    Firmware Kya Hota Hai 


    Firmware स्पेशल टाइप के सॉफ्टवेयर होते है जो हार्डवेयर डिवाइस में होते है . ये इन हार्डवेयर में ROM (Read Only Memory) में परमानेंट रहते है और जरुरत पढने पर इसे सीपीयू डायरेक्ट यहा से ही पढ़ लेता है .

    आज कल फर्मवेयर आपको कंप्यूटर , स्मार्टफोन , टीवी आदि सभी के हार्डवेयर पार्ट में मिल जायेंगे .

     कंप्यूटर या लैपटॉप में हिंदी टाइपिंग ऑनलाइन ऑफलाइन कैसे करे

    Device Driver Software


    Firmware स्पेशल टाइप के सॉफ्टवेयर होते है जो हार्डवेयर डिवाइस में होते है . इनका मुख्य काम उस हार्डवेयर को चलाना होता है जिसके लिए ये बने है और अटेच है . जैसे हम कंप्यूटर में बाद में प्रिंटर या स्कैनर को जोड़ते है तो वो सीधे सीधे काम नही करते , हमको उनके साथ एक CD या सॉफ्टवेयर की फाइल भी मिलती है जो हमें इनस्टॉल करनी होती है तब ही यह काम करते है .

    मान लीजिये आपको कंप्यूटर में साउंड सुनना है तो आपको ऑडियो ड्राईवर डालने की जरुरत होती है . विंडो 7 के बाद जो भी विंडो आई है उसमे ये ऑडियो ड्राईवर पहले से ही डाले हुए आते है . 


    Utility Programs (यूटिलिटी प्रोग्राम्स )


    यूटिलिटी प्रोग्राम वे विशेष प्रोग्राम होते है जो कंप्यूटर की परफॉरमेंस को बेहतर बनाने में सहायक होते है . कुछ यूटिलिटी प्रोग्राम ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ ही इनस्टॉल हो जाते है और कुछ को आपको डाउनलोड करना पड़ता है .

    1. File managers
    2. Virus scanners
    3. Disk Defragmenters

    BIOS (Basic Input/Output System):


    बायोस बूटिंग के समय फर्मवेयर हार्डवेयर को शुरू करती है . इसका मुख्य काम है बूटिंग के समय ही हार्डवेयर को ऑपरेटिंग सिस्टम से जोड़ना है . इसे कंप्यूटर का माइक्रोप्रोसेसर काम में लेता है .

    लैंग्वेज ट्रांसलेटर (Language Translator )


    यह विशेष तरह के सिस्टम सॉफ्टवेयर होते है जो हाई लेवल लैंग्वेज को मशीन लैंग्वेज में ट्रांसलेट कर सकते है , इससे सॉफ्टवेयर का निर्माण एक प्रोग्रामर इसकी मदद से करता है . इसमे दो मुख्य चीजे होती है . 

    1) कम्पाइलर :-  Compiler हाई लेवल प्रोग्रामिंग को पहले मशीनरी भाषा में बदल देता है और फिर उसे एक्सीक्यूट करवा कर रिजल्ट लेकर आता है . 

    2 ) Interpreter :- जबकि इंटरप्रेटर हाई लेवल भाषा में लिखे प्रोग्राम को समझ कर खुद ही उसको एक्सीक्यूट करवा देता है . 

       ➜ कंप्यूटर में RAM और ROM मेमोरी क्या होती है और इनमे क्या अंतर है ?



    System Software की विशेषताए 

    1. सिस्टम सॉफ्टवेयर का सबसे प्रमुख कार्य होता है कि वो दुसरे सॉफ्टवेयर के लिए जरुरी मेमोरी को उपलब्द करवाता है और समय समय पर मेमोरी को फ्री भी करता है 
    2. यह कंप्यूटर को चालू करने और उसको सुचारू रूप से चलने में सहायक होता है , कभी कभी Error आने पर कंप्यूटर से जुड़े जरूरी फंक्शन करके उसे क्रेश होने से बचाता है . 
    3. यह प्रोग्राम को जरुरी रिसोर्सेज देता है और उसे सुचारू रूप से रन करने की अच्छी व्यवस्था करता है .
    4. यह CPU , मेमोरी , कीबोर्ड , माउस , साउंड , प्रिंटर , स्कैनर , वेब कैमरा और बाकि हार्डवेयर को कण्ट्रोल करता है . 
    5. यदि सिस्टम सॉफ्टवेयर ही फ़ैल हो जाये तो कंप्यूटर अच्छे से काम नही कर पायेगा और हमें फिर से ऑपरेटिंग सिस्टम रिइनस्टॉल करना पड़ेगा .  
    6. सिस्टम सॉफ्टवेयर को इस तरह से बनाया जाता है कि यह बहुत ही तेजी से वर्क कर सके जिससे की दुसरे एप्लीकेशन को चलने में कोई दिक्कत का सामना नही करना पड़े . 
    7. सिस्टम सॉफ्टवेयर की एक विशेषता यह भी होती है कि यह दुसरे सॉफ्टवेयर की तुलना में कम साइज़ के होते है . 
    8. ऐसे सिस्टम सॉफ्टवेयर को डिजाईन करना बहुत कठिन होता है क्योकि इन्हे बनाने में लोअर लेवल लैंग्वेज को काम में लिया जाता है . 


    System Software से जुड़े प्रश्न उत्तर 



    प्रश्न 1.सबसे पॉवरफुल सिस्टम सॉफ्टवेर कौनसा है ?  

    उत्तर 1 :सबसे पावरफुल सिस्टम सॉफ्टवेर है ऑपरेटिंग सिस्टम . 

    प्रश्न 2. ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) का क्या अर्थ होता है  ? 

    उत्तर 2 : वो सिस्टम जो दुसरे सिस्टम और सॉफ्टवेर को ऑपरेट करने में मदद करे . 

    प्रश्न 3. सिस्टम सॉफ्टवेर क्या होता है ? 

    उत्तर 3 : System Software इस तरह से डिजाईन और प्रोग्राम किया होता है कि आप उससे हार्डवेयर और दुसरे एप्लीकेशन सॉफ्टवेर को कण्ट्रोल कर सके . जैसे हमारा दिमाग पुरे शरीर को कण्ट्रोल करता है उसी तरह से सिस्टम सॉफ्टवेर पुरे सिस्टम को कण्ट्रोल करने में मदद करता है .  

    प्रश्न 4. Computer ki 5 Generation में सबसे अच्छी जनरेशन कौनसी है ? 

    उत्तर 4 : कंप्यूटर की पांच जनरेशन में सबस बेस्ट जनरेशन अभी वाली है क्योकि की यह AI Based है और इसमे वे खुद सोच सकते है और डिसिशन ले सकते है . 

    प्रश्न 5. परम सुपर कंप्यूटर किस जनरेशन में काम में लिए गये है 

    उत्तर 5 परम सुपर कंप्यूटर 5th जनरेशन में काम में लिए गये है . 

    प्रश्न 6 .Vacuum Tubes किस जनरेशन में काम में ली गयी ? 

    उत्तर 5 Vacuum Tubes को फर्स्ट जनरेशन कंप्यूटर में काम ले लिया गया . 

    प्रश्न 5.माइक्रोप्रोसेसर किस जनरेशन में काम में लिए गये ? 

    उत्तर 5 Microprocessor को चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर में काम में लिया गया . 

    प्रश्न 6. कमरे के आकार के कंप्यूटर किस जनरेशन में थे ? 

    उत्तर 6 कमरे के आकार के कंप्यूटर फर्स्ट जनरेशन में थे . 

    प्रश्न .IC की फुल फॉर्म क्या होती है ? 

    उत्त7  IC की फुल फॉर्म - इंटीग्रेटेड सर्किट होता है जो सिलिकॉन चिप पर बनाई जाती है . 

    प्रश्न 8 .स्मार्टफोन किस जनरेशन के कंप्यूटर है 

    उत्तर 8  स्मार्टफोन भी अभी वाली 5th जनरेशन के कंप्यूटर है .

    प्रश्न 9. कंप्यूटर का जनक किसे माना गया है ? 

    उत्तर 9  कंप्यूटर का जनक चार्ल्स बेबेज (Charles Babbage ) को माना गया है . 

    प्रश्न 10. कंप्यूटर का अर्थ क्या होता है ? 

    उत्तर 10  कंप्यूटर का अर्थ होता है गणना करने वाला क्योकि इंग्लिश में Compute का अर्थ गणना से होता है . 

    प्रश्न 11. दुनिया का सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर कौनसा है ? 

    उत्तर 11 दुनिया का सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर  ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) को माना गया है जो 1945 में आया था . 

    Conclusion (निष्कर्ष )

    तो मित्रो कंप्यूटर सिस्टम में सबसे जरुरी है सिस्टम सॉफ्टवेयर जो कि पुरे कंप्यूटर और उसमे इनस्टॉल दुसरे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलाने में में मदद करता है , साथ ही कंप्यूटर के हार्डवेयर के साथ यूजर की कनेक्टिविटी करवाता है जिससे हार्डवेयर यूजर के अनुसार कार्य कर सकता है . 

    यहा हमने आपको System Software in Hindi में इससे जुडी सभी जरुरी जानकारी दी है और सिस्टम सॉफ्टवेयर के सभी Types के बारे में भी विस्तार से बताया है . 

    ➜ Keyboard में Function Keys  क्या होती है What is Function Keys In Hindi 

     कंप्यूटर या लैपटॉप में हिंदी टाइपिंग ऑनलाइन ऑफलाइन कैसे करे

    Post a Comment

    Previous Post Next Post