भारत में सीनियर सिटीजन्स को क्या-क्या सुविधाएँ और छूट मिलतीं 


Koun Hote Hai Senior Citizens . भारत में छोटे , जवान और वृद्ध सभी तरह के नागरिक है पर जो व्यक्ति अपनी उम्र से आधी से ज्यादा उम्र पार कर चुके है . उन्हें हम सीनियर सिटीजन कहते है . देश ऐसे लोगो को सम्मानीय और थोडा शारीरिक रूप से कमजोर मानता है और इन्हे दुसरे देशवासियों की तुलना में ज्यादा सुविधा देता है .

ऐसे व्यक्ति को बहुत अनुभव होता है और वे बहुत से साल जीवन जी चुके होते है . देश में कई बदलवाओ के वो साक्षी होते है . कई सरकारे उन्हें सामने आती जाती रही है . वे अपने अनुभवों से नव युवको को नयी संचार देते है . 

सीनियर सिटीजन के फायदे क्या है

सुन्दरकाण्ड में जैसे जामवंत सबसे ज्यादा उम्र के थे और वे ही सिर्फ अपने ज्ञान से हनुमान जी को सागर पार जाने के लिए बता पाए थे . 

कही रीछपति सुनो हनुमाना , का चुप साधी रहो बलवाना

पवन तनय बल पवन समाना
बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना
कवन सो काज कठिन जग माहि
जो नही होई तात तुम पाहि

इस तरह हर घर में एक जामवंत होते है जो घर के सदस्यों को सही राह और ज्ञान दिखा सकते है . 

    कौनसे लोग होते है सीनियर सिटीजन्स 

    सिटीजन्स का अर्थ होता है नागरिक और सीनियर का अर्थ है जो वृद्ध है . भारत में सीनियर सिटीजन्स वे लोग होते है जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा हो गयी है . ऐसे व्यक्ति भारत में सम्मानीय और वृद्ध अवस्था वाले कहलाते है .

    ऐसे लोगो को आराम देने के लिए ही भारत में ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट नौकरियों में रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष फिक्स्ड की गयी है . ऐसा माना जाता है कि 60 साल के बाद व्यक्ति का शरीर कमजोर और यादाश्त भी कमजोर हो जाती है .

    सीनियर सिटीजन्स हिंदी में जाने 


    सीनियर सिटीजन को हिंदी में वरिष्ट नागरिक कहा जाता है .इसके अलावा जो व्यक्ति 79 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले है उन्हें सुपर सीनियर सिटीजन  कहते है . हिंदी में ऐसे व्यक्ति को विशेष वरिष्ट नागरिक कहा जाता है .  


    रेलवे के अनुसार अलग है सीनियर सिटीजन की उम्र 


    रेल्वे की अलग ही गणित है सीनियर सिटीजन्स को लेकर . रेलवे के अनुसार 45 साल से ऊपर की महिआ और 60 साल से ऊपर का व्यक्ति सीनियर सिटीजन में आते है .


    सीनियर सिटीजन्स और सुपर सीनियर सिटीजन्स 

    वरिष्ट नागरिक को भी दो भागो में बांटा गया है . यह वर्गीकरण उनकी उम्र के हिसाब से किया गया है . जो व्यक्ति जो 60 सालो से ऊपर है और 79 साल से कम उन्हें हम सीनियर सिटीजन कहते है और 79 साल से भी ज्यादा जो व्यक्ति ऊपर है उन्हें हम सुपर सीनियर सिटीजन कहते है .

    सरकार कैसे पता लगाती है सीनियर सिटीजन की उम्र का 


    दोस्तों हर व्यक्ति के अपने अपने दस्तावेज , पहचान पत्र , आधार कार्ड आदि सरकारी दस्तावेज होते है . इनके आधार पर ही उनकी उम्र का पता चल पाता है . जब आपकी उम्र 60 वर्ष पार हो जाती है तो आप अपने उचित दस्तावेज दिखा कर सीनियर सिटीजन होने के प्रमाण ले सकते है .


    सीनियर सिटीजन्स को क्या क्या सुविधाए मिलती है 

    राज्य सरकार और केंद्र सरकार सीनियर सिटीजन के लिए आर्थिक , शारीरिक और मानसिक कई तरह की सुविधाए लाती है जिससे कि इनकी उम्र का ध्यान रखते हुए इन्हे बाकियों की तुलना में ज्यादा फायदा हो सके . ये सुविधाए अलग अलग राज्य में अलग अलग राज्य सरकार के द्वारा अलग अलग हो सकती है . 


    सीनियर सिटीजन सुपर सीनियर सिटीजन 
    इनकी उम्र 60 से 79 तक होती है 79 से ज्यादा उम्र वाले इसमे आते है 
    इन्हे कम सुविधा मिलती है इन्हे और भी ज्यादा सुविधा मिलती है 
    इन्हे कम बुढ़ापा पेंशन (वृद्धावस्था पेंशन) मिलती है  इन्हे ज्यादा बुढ़ापा पेंशन (वृद्धावस्था पेंशन) मिलती है 
    इन्हे इनकम टैक्स में छुट कम है इन्हे ज्यादा इनकम टैक्स में छुट है .
    इन्हे रेल और बसों ने छुट मिलती है इन्हे ज्यादा छूट मिलती है 
    सरकारी अस्पतालों में फायदा सरकारी अस्पतालों में ज्यादा फायदा 
    मंदिर में दर्शन में फायदा मंदिरों में दर्शनों में ज्यादा फायदा 
    हवाई यात्रा में फायदा हवाई यात्रा में ज्यादा  फायदा 
    सरकारी दफ्तरों में अलग लाइन सरकारी दफ्तरों में अलग लाइन 
    मंदिर में दर्शन में फायदा मंदिरों में दर्शनों में ज्यादा फायदा 


    कैसे करे व्यक्ति खुद को  सीनियर सिटीजन में पंजीकृत 


    यदि आप सीनियर सिटीजन की पात्रता रखते है तो इसलिए लिए सरकार ने एक पोर्टल बना रखा है जिसमे आपको खुद को पंजीकृत करना होगा . जब आप यहा दिए गये फॉर्म को पूरा सही भर देंगे और साथ में जरुरी दस्तावेज लगा देंगे तो आप को सरकार की तरफ से सीनियर सिटीजन्स होने के प्रमाण पत्र मिल जायेगा 

    यह प्रमाण पुत्र कई सुविधाओ को आपको देंगा . 

    इसके लिए ये काम कर करे . 

    • इसबसे पहले राष्ट्रीय सरकारी सेवा पोर्टल को खोले जिसका लिंक है 
    • https://services.india.gov.in/service/detail/apply-for-senior-citizen-certificate-1
    •  इसके बाद दिए गये फॉर्म में अपना नाम नंबर , एड्रेस और उम्र के लिए दस्तावेज भरे 
    • आपके दिए गये सूचनाओ की फिर जांच होगी और आपको फिर योग्य होने पर सीनियर सिटीजन के लिए पंजीकृत कर लिया जायेगा . 
    • इसके बाद जब भी आपको अपने सीनियर सिटीजन होने का प्रमाण देना है तो आप इस प्रमाण पत्र से अपनी उम्र की पहचान दे सकते है . 

    अपने राज्य के हिसाब से पुलिस वेबसाइट   





    आर्टिकल का सार 

    तो मित्रो इस पोस्ट में आपने जाना कि भारत में कौनसे लोग होते है सीनियर सिटीजन होते है और इन्हे भारत में कौन कौन सी सुविधाए मिलती है . 

    इसके साथ हमने यह भी बताया कि सीनियर सिटीजन्स के कितने प्रकार है और उनके भी अलग अलग लाभ राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा मिलते है . 





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