ब्रेकअप के बाद कैसे उस दुःख से उभरे 

Breakup Se Bahar Kaise Nikleजब कोई रिश्ता बनाया जाता है तो वो बहुत ही ख़ास होता है , दुनिया में सबसे अच्छा समय उसी रिश्ते में बिताना पसंद होता है . उस रिश्ते को लेकर काफी अच्छे और सुकून देने वाले सपने होते है . पर कभी कभी ये सुन्दर रिश्ते बिगड़ जाते है और ब्रेकअप तक चले जाते है .

BreakUp की मीनिंग होती है रिश्ते का टूटना . 

    कहते है सबसे सुकुन देने वाला रिश्ता महोबत का ही होता है और सबसे ज्यादा दुखद रिश्ता भी इसी का होता है जब दिल टूट जाता है . 

    वो गाना तो आपने सुना ही होगा - दिल देता है रो रो दुहाई , किसी से कोई प्यार ना करे , बड़ी महँगी पड़ेगी जुदाई की किसी से कोई प्यार ना करे . 

    प्यार के रिश्ते में हम अपने पार्टनर को जितना भूलाना चाहते है वो उतना ही याद आता है . वो हमारे दिल और दिमाग से निकल ही नही पाता है . यह दर्द जिस पर बीतती है वो ही जानता है .   


    ब्रेकअप से कैसे उभरे

    यह ब्रेकअप मानसिक रूप से बहुत ही क्षति देने वाला होता है . जीवन में उदासी छा जाती है , किसी चीज में मन नही लगता है . सारे दिन उसी के बारे में ध्यान जाता है . जिंदगी बेरंग हो जाती है और इंसान वो नही रह पाता जो पहले था .

    तो यहा हम विस्तार से बताएँगे कि कैसे आप ब्रेकअप के बाद Life में Move On कर सकते है . 

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    ब्रेकअप का क्या अर्थ होता है 

    ब्रेक अप का अर्थ होता है किसी रिश्ते को तोड़ देना . इसे हिंदी में कहते है सम्बन्ध विच्छेद कर देना . ज्यादातर यह शब्द लड़का लड़की के प्रेम संबंधो का विच्छेद हो जाना . ब्रेकअप के बाद वो सिंगल कहलाते है और किसी दुसरे से प्रेम सम्बन्ध बना सकते है .

    ब्रेकअप यदि विवाह के बाद होता है तो उसे हम डिवोर्स कहते है . 

    क्यों हो जाता है ब्रेकअप 

    ब्रेकअप होने के बहुत से कारण होते है जिसमे सबसे मुख्य है कि विचारो का बार बार टकराना या किसी को पहले से ज्यादा अच्छा मिल जाना .

    लड़का लड़की पहले तो प्रेम सम्बन्ध में बंध जाते है पर जैसे जैसे समय गुजरता है तो दोनों में से किसी ना किसी को यह अहसास होने लगता है कि यह मेरे लिए इतना अच्छा नही है और फिर एक दुसरे के प्रति दुरी बढ़ने लगती है .

    break up kya hai


    जब एक बदलता है तो उसका प्रभाव दुसरे व्यक्ति पर दिखने लगता है और फिर नौबत ब्रेकअप की आ जाती है .

    ब्रेक अप का एक कारण धोका और बेवफाई भी होती है जब प्रेम बंधन में बंधे जोड़े में किसी को पता चलता है कि उसका साथ कही और भी इश्क लगा रहा है तब भी सम्बन्ध टूटने के अवसर बढ़ जाते है . 

    जब पार्टनर से बात बात पर लड़ाई होने लगे या फिर उससे जुड़ा रिश्ता बोझ बन जाये तो उसे फिर ब्रेकअप का नाम देकर तोड़ दिया जाता है .


    ब्रेकअप के बाद दुःख से होने वाले नुकसान 


    • ब्रेकअप दिमाग बहुत अपसेट हो जाता है और इसके कारण व्यक्ति दिन में रात में चैन की नींद सो नही पाता है . हर समय उसके दिमाग में उस टूटे रिश्ते की बाते घुमती रहती है . 
    • ब्रेकअप के बाद भूख लगनी कम जो हो जाती है , खाने की इच्छा नही होती है . खाया हुआ अन्न भी शरीर को नही लगता है . 
    • अवसाद में रहता है जीवन , सोते जागते बस अपने दर्द में रहता है इंसान . उसका किसी काम में मन नही लगता . यदि वो स्टूडेंट है तो उसका पढाई करने का मन नही करता . वो जब किताबे खोलता है तो उसे वो ही बाते याद आती रहती है . 
    • नींद लेने में दिक्कत होती है , कई रातो तक इंसान चैन तक सो नही पाता है और उसी दुःख में खुद की सेहत को ख़राब करता रहता है . 
    • ब्रेकअप होने के बाद इसका प्रभाव दुसरे रिश्तो पर भी पड़ता है और वो दुसरे लोगो से भी हंस कर खुश होकर बात नही कर पाता है . दुसरे लोग भी मुरझाये हुए लोगो को पसंद नही करते है . 

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    ब्रेकअप से उभरने के उपाय 


    • खुद को अकेला ना रखे - सबसे जरुरी है कि ब्रेकअप के बाद खुद को आप अकेला ना रखे . जितना आप खुद को अकेला रखेंगे उतने ही दुःख भरे ख्याल आपके दिमाग में आयेंगे और आपको दुखी करेंगे . इसलिए खुद को परिवार और दोस्तों में व्यस्त रखे . 
    • सोते समय किताबे पढ़े - ब्रेकअप के बाद नींद नही आती है और दिमाग में वो ही बाते घुमती रहती है . अत: सोते समय अपनी पसंदीदा किताबे पढ़े या मोबाइल में कोई अच्छी मूवी या सीरियल देखे . जब नींद आने लगे तो सो जाये . 
    • मन को समझाए - ब्रेकअप के बाद खुद को उस रिश्ते का कातिल ना माने . मन में यह विश्वास रखे कि जो हुआ वो अच्छा हुआ और जिंदगी आगे बहुत बडी है और ईश्वर को यह रिश्ता इतना ही पसंद था . आप जितना बोझ अपने दिल पर इसके लिए रखेंगे उतने ही दुखी होंगे . 
    • नया साथ खोजे - ब्रेकअप के बाद दिल सुना हो जाता है अत: यदि उस सुने जगह को भरने के लिए किसी नए साथी से सम्बन्ध बना लिए जाए तो कुछ दर्द में कमी आ सकती है . यहा ध्यान रखे कि नया साथी पहले वाले की तरह ना हो कि कुछ दिन बाद में फिर से ब्रेकअप की 
    • खुद को जिम्मेदार ना माने - यदि हम यह सोचेंगे कि इस रिश्ते के टूटने में हम दोषी है तो यह हमारे लिए बहुत ही गलत साबित होगा और हम इमोशनल रूप से बहुत पीड़ा में रहेंगे . इसलिए खुद को दोषी मानते है अत: खुद को मजबूत बनाये और सामने वाली की गलती जानकर उस रिश्ते को भुलाने की कोशिस करे . 
    • डिप्रेशन को नही होने दे हावी - दोस्तों ब्रेकअप के बाद जिंदगी में चिंता अवसाद और डिप्रेशन अपने पैर पसारने लग जाते है और हमें प्रभावित करने की कोशिश करते है . यदि रखे कि आपको ही डिप्रेशन पर हावी होना है . आप खुद को मजबूत रखे और अकेले में भी खुद को व्यस्त रखे . कभी भी नींद की गोली या डिप्रेशन को दूर करने की गोली काम में ना ले . 
    • साइकोलॉजिस्ट की ले हेल्प :- यदि लाख कोशिस के बाद भी आप अपने गम से उभर नही पा रहे है तो अच्छे से साइकोलॉजिस्ट से आप अपनी प्रॉब्लम के बारे में Discuss कर सकते है . मनोवैज्ञानिक आपकी बातो और समस्याओ को सुनकर आपको प्रॉब्लम को दूर करने की पुरजोर कोशिश करेंगे . 

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    आर्टिकल का सार 

    तो दोस्तों आपने जाना कि प्यार के रिश्ते में ब्रेक अप किसे कहते है और ब्रेकअप होने के कारण भी बताये . साथ ही आपने जाना कि रिश्ता टूटने पर उसके दर्द से हम प्रेम सम्बन्ध विच्छेद से कैसे उभर कर जिंदगी में कैसे बढ़ सकते है .

    दोस्तों जीवन आगे बढ़ते का नाम है और किसी ब्रेकअप से जीवन रुकना नही चाहिए , हालाकि कुछ रिश्ते जब टूटते है तो दर्द बहुत होता है पर जीवन आगे बढ़ने का नाम है , दर्द में रोने का नाम नही है . 

    आशा करता हूँ रिश्ते से जुडी यह पोस्ट आपको जरुर अच्छी लगी होगी . 


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